हाफ गर्लफ्रेंड
"मैं समझता हूँ।"
"थैंक्स प्रॉब्लम है मेरी फैमिली वे लोग पैसों के पीछे पागल हैं। मैं नहीं हूँ।' "यह तो अच्छी बात है, है ना
"पता नहीं। वैसे भी मैं उनके लिए ज्यादा मायने नहीं रखती, मेरे भाई उनके लिए ज्यादा अहम हैं, क्योंकि आगे
चलकर बिजनेस की बागडोर उन्हें ही संभालनी है। मेरा क्या है, मुझे तो शादी करके किसी दूसरे घर चले जाना है।
मेरी जिंदगी का मकसद यही रह गया है कि मैं बच्चे पैदा करूँ और बाजार में जाकर खरीदारी करू "
और तुम यह करना नहीं चाहतीं? "बिलकुल नहीं।" उसने लगभग चिल्लाते हुए कहा 'तुम तो मुझे जानते हो, है ना?"
तो
"सॉरी'
"इस देश में एक लड़की होना गुनाह है। सच में।'
"तुम अपसेट नजर आ रही हो। क्या आज कुछ हुआ?"
"मैंने उन्हें कहा कि मैं कॉलेज में म्यूजिक की पढ़ाई करना चाहती है। लेकिन वे लोग चाहते हैं कि मैं किसी अमीर
मारवाड़ी घर में शादी करें और रानियों की तरह रहूँ। लेकिन मुझे किसी रानी-वानी की तरह नहीं रहना। यह मेरा
सपना नहीं है।"
'ट्रस्ट मी, किंग्स और कीन्स ओवररेटेड होते हैं, मैंने कहा। वह चुप रही।
"तुम क्या करना चाहती हो, रिया क्या तुम्हारा कोई सपना है?"
"वेल, सपने देखना आसान काम नहीं है। हमें अपने सपनों से प्यार हो जाता है और फिर वे पूरे नहीं होते।'
"कभी-कभी सपने पूरे भी होते हैं।"
'मेरे मामले में ऐसा नहीं हो सकता।' "तुम्हारा सपना क्या है?" मैंने फिर पूछा।
उसने मेरी तरफ देखा। 'तुम हँसोगे।' "आजमाकर देख लो।"
वह मुस्करा दी। 'ओके, तो मेरा सपना यह है कि में म्यूजिक बजाना चाहती हूँ और गाना चाहती हूँ.
न्यूयॉर्क के
किसी बार में।"
"वॉव!"
'व्हाट? तुम्हें लगता है यह स्टुपिड है, है ना?"
"नहीं। यह तो बहुत स्पेसिफिक है। न्यूयॉर्क के एक बार में गाना गाना।' "हाँ, यही मैं कोई फेमस सिंगर या कोई रॉक स्टार नहीं बनना चाहती। मैं किसी अरवपति से शादी नहीं करना
चाहती मैं केवल शांति से गाना चाहती है, जबकि मेरे इर्द-गिर्द जज्बे से भरे हुए लोग हों। मैं चाहती हूँ कि मैनहटन मैं मेरा एक घर हो। मेरा घर किताबों और म्यूजिक सीडीज से भरा हुआ हो। मैं वीकेंड्स में बास्केटबॉल खेलना
चाहती हूँ। मैं नहीं चाहती कि अपनी इंगेजमेंट के लिए दर्जनों लहंगे पसंद करती रहूँ।
ऐसा लगता है, तुमने सबकुछ पहले ही सोच रखा है।"
"नहीं तो शायद यह महज हकीकत से मुंह मोड़ने के लिए मेरी हवाई कल्पना है। लेकिन बारह साल की उम्र से ही यह बात मेरे दिमाग में है। हम न्यूयॉर्क गए थे। उस शहर ने मुझे दीवाना कर दिया। मैंने देखा कि वहाँ लोग वही काम कर रहे हैं, जो कि वे करना चाहते हैं। वे अमीर नहीं थे, लेकिन वे खुश थे। और तब मैंने एक बार में एक लेडी को
देखा... वह दिल से गा रही थी और इसे अपने इर्द-गिर्द के लोगों का कोई खयाल नहीं रह गया था।' सूर्य डूब रहा था और आकाश का रंग नारंगी से गहरा स्लेटी हो गया था। हम राष्ट्रपति भवन के करीब उस बिंदु तक पहुँच गए थे, जहाँ दिल्ली पुलिस के गार्ड आपको रुकने और पलटकर जाने को कह देते हैं। वह मुझे अपनी न्यूयॉर्क
की यात्रा के बारे में बताती रही।
"इन फैक्ट मुझे बास्केटबॉल का शौक भी तभी लगा, जब मैंने न्यूयॉर्क में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में एक एनबीए गेम लाइव देखा
"तुमने एक एनबीए गेम लाइव देखा है?" मैंने कहा।